Magadh Pustak Mela : मगध पुस्तक मेला सह सांस्कृतिक कार्यक्रम गए क्या ?

Magadh Pustak mela

क्या प्लान कर रहे हैं इस हफ्ते अपने परिवार के साथ कहीं अच्छी जगह घूमने जाने का और खासकर अगर आप गया से हैं तो आपके लिए यह काफी ही अच्छा अवसर है क्योंकि गया के गांधी मैदान में लगने वाला 10 दिन का या भाव मेला जिसको हम Magadh Pustak mela के नाम से जानते हैं वह अपने अंतिम चरण यानी दसवें दिन अर्थात कल 6 फरवरी तक ही है और आपके लिए अपने परिवार के साथ एक अच्छी और संस्कृत जगह जाने का यह एक अच्छा अवसर है ।
इस मेले में जाने के बाद आप किताबों के बारे में जानेंगे अपनी पीछे छोटी हुई किताबों की अनुभूति को दोबारा से अनुभव कर पाएंगे अपने इस मोबाइल में खोए हुए दुनिया से चंद पलों के लिए बाहर आ पाएंगे और किताबों के साथ-साथ यहां पर होने वाले रंगमंचों का भी आनंद ले पाएंगे साथ ही साथ अनेकों स्टॉल पर लगी अनेक वस्तुएं जो आपकी दैनिक जीवन शैली में उपयोगी होती है वह भी दिखेगा साथ-साथ वैसे भी वस्तुएं या सेवाएं के बारे में आप जान पाएंगे इसके बारे में आप अभी तक नहीं जान पाए थे अवश्य ही यहां जाने के बाद आप एक अलग सा सा अनुभूति को अनुभव कर पाएंगे सो इस मौके को ना गवाएं और इस अंतिम दिन में मगध पुस्तक मेला में जाकर भाग जरूर ले

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Magadh pustak mela

27 जनवरी से लगकर 6 फरवरी तक रहने वाला यह गया का एक ऐतिहासिक Meलाओं में से एक है मगध की धरातल पर लगने वाला यह 10 दिन का कार्यक्रम आपको आपकी संस्कृति से जोड़ती है। Kehne को तो हम आज अपनी जिंदगी की आधारशिलाओं में ऊपर चढ़ने जा रहे हैं पर अगर देखे तो कहीं ना कहीं अपनी संस्कृति से दूर होते जा रहे हैं और इसका एक बहुत बड़ी वजह है डिजिटल कारण जो कि हमें हमारी संस्कृत चीजों से दूरी बनाने में बहुत ही हम रोल प्ले कर रहा है इस मॉडर्न जमाने की डिजिटाइजेशन में हम अब इतना ज्यादा व्यस्त होते जा रहे हैं कि अपनी संस्कृति और संस्करण भूलते जा रहे हैं। हमें किताबों से बिल्कुल ही लगाब खत्म हो चुकी है। और Magadh Pustak mela कि यह ऐतिहासिक क्षण हमारी इस कमी को दूर करने का बहुत हद तक प्रयास करता है हमें किताबों से जोड़ने का काम करता है।

Magadh Pustak mela

गया के ऐतिहासिक गांधी मैदान में लगा है यह Magadh Pustak mela

यह ऐतिहासिक मेला Magadh Pustak mela काफी लंबे समय से लगता आ रहा है और खासकर मैं इस मेले के बारे में काफी लंबे समय से जानकारी रख रहा हूं इसलिए आप सबको बता पा रहा हूं अपनी निजी जिंदगी की चीजों को जानने के बाद हम किताबों से कितनी दूर हो चुके हैं इस विषय पर sochne के बाद मैं यह ब्लॉग लिख पा रहा हूं और यह कह पा रहा हूं कि आज हम अपने संस्कृति और संस्करण दोनों से काफी दूर होते जा रहे हैं कहा जाता है किताब पढ़ना बहुत ही अच्छी हैबिट होती है हम आज घंटो घंटो फोन में बिता देते हैं रेल देखने में व्यतीत कर देते हैं वीडियो देखते हैं पर हमारे पास बिल्कुल समय नहीं है कि हम किसी किताब को किसी पुस्तक को बैठकर पढ़ सके तो हमें पुस्तक से लगाव हो हमें अपनी संस्कृति से लगा हो इसलिए पुस्तक पढ़ना बहुत ही जरूरी है और मेरी मां ने तो अगर आप पुस्तक पढ़ते हैं ना तो आप न सिर्फ पढ़ते हैं बल्कि वह जानकारी प्राप्त करते हैं वह शिक्षा मिलती है जो आज की डिजिटाइजेशन और डिजिटल असेट्स कभी नहीं मिल सकती।

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यह मेला Magadh Pustak mela जो मगध में पुस्तक शब्द के नाम से जाना जाता है यहां सिर्फ पुस्तक ही नहीं है बल्कि पुस्तक के साथ-साथ आप अपनी दिनचर्या की चीज भी खरीद सकते हैं और यहां होने वाले रंग मंचन के मदद से आप आनंद में भी हो सकते हैं यहां आने पर आपको अनेकों तरह की चीजों देखने को मिलेगी जो आपने अपने जीवन में बिल्कुल देखा ही ना हो या मेल काफी ऐतिहासिक है काफी लंबे समय से लगता आ रहा है आप इस मेले में पूरे परिवार के साथ आ सकते हैं मेले में आकर अपने बच्चों को अपने परिवार को पुस्तक से जोड़ सकते हैं कहा जाता है कि जो इंसान पुस्तक से जुड़ जाता है वह इंसान इस दुनिया की सर्वश्रेष्ठ विद्या हासिल कर लेता है। इस पर किसी लेखक ने कुछ लाइंस भी लिखी है।
                                                                         की मोहब्बत करना ही है तो इन हसीनाओं से क्यों।
                                                                   की गर मोहब्बत करना ही है तो इन हसीनाओं से ही क्यों।
                                      मोहब्बत करना है तो किताबों से करो अगर बेवफा भी निकाली तो तुम्हें कुछ तो बना कर छोड़ेगी।

किताब हमारी जिंदगी में बहुत ही अहम रोल अदा करता है हमें इसकी वैल्यू को समझना चाहिए और इस जनरेशन को किताब से जोड़ने का प्रयास करना चाहिए अपने बच्चों को किताब की आदत डालनी चाहिए यह डिजिटल युग खत्म हो सकता है मोबाइल लैपटॉप एक समय के बाद डिस्चार्ज हो जाएंगे लेकिन अगर आपके पास किसी अच्छे लेखक की कोई किताब हो तो वह संपूर्ण जीवन कभी भी डिस्चार्ज नहीं होगी वह हमेशा कुछ ना कुछ आपको ज्ञान ही देगी। तो अपने जीवन शैली को और भी सही और सुलभ बनाने के लिए हमें किताबों से जुड़ना बहुत जरूरी है तो किताबों से जुड़ने की इस पल में भाग लेने के लिए आप भी जाएं एक बार मगध पुस्तक मेला जो की गया के गांधी मैदान में लगा है आपके पास बहुत ही कम समय है क्योंकि यह मेला 6 फरवरी तक ही रहने वाला है तो आप सब एक बार जाएं और उसे मेले का आनंद लें आपको एक अलग ही आनंद की अनुभूति होगी इस मेले में जाने के बाद आप सब एक बार अवश्य जाएं

Magadh Pustak mela

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