Table of Contents
Budget 2025 आने वाला है, और टैक्सपेयर्स की नजरें Income Tax Slabs और New Tax Regime पर टिकी हुई हैं। सरकार Middle-Class Salaried Employees और Business Owners के लिए क्या बदलाव ला सकती है? क्या Old Tax Regime खत्म होगा? आइए जानते हैं New Tax Regime 2025 के संभावित बदलाव, फायदे, नुकसान और इसकी तुलना Old Tax Regime से।
नयी टैक्स प्रणाली क्या है?
केंद्र सरकार द्वारा टैक्सपेयर के लिए नयी टैक्स प्रणाली (न्यू टैक रिजीम) लाई गई है, जिसमें योजना किया गया है कि तैकाती को कम दर्ज देना होगा या नहीं?
New Tax Regime 2025 – क्या होंगे बदलाव?
भारत में हर साल बजट के दौरान Income Tax Slabs और New Tax Regime में बदलाव की चर्चा होती है। Budget 2025 से भी लोगों को कई उम्मीदें हैं। खासकर मिडिल–क्लास टैक्सपेयर्स, जिन्हें इनकम टैक्स में राहत का इंतजार है।
Income Tax Slabs में बदलाव होगा?
New Tax Regime में टैक्स स्लैब्स इस प्रकार हैं:
Income Range | Tax Rate (New Regime) | Tax Rate (Old Regime) |
₹0 – ₹2.5 लाख | छूट | छूट |
₹2.5 – ₹5 लाख | 5% | 5% |
₹5 – ₹7.5 लाख | 10% | 20% |
₹7.5 – ₹10 लाख | 15% | 20% |
₹10 – ₹12.5 लाख | 20% | 30% |
₹12.5 लाख+ | 30% | 30% |
संभावित बदलाव:
✔ Basic Exemption Limit ₹2.5 लाख से बढ़कर ₹3 लाख हो सकती है
✔ Standard Deduction को ₹50,000 से बढ़ाकर ₹75,000 किया जा सकता है
✔ 80C की लिमिट ₹1.5 लाख से बढ़ाकर ₹2 लाख की जा सकती है
Old vs New Tax Regime – कौन सा बेहतर?
सरकार ने New Tax Regime को 2020 में पेश किया था ताकि टैक्स सिस्टम को आसान बनाया जा सके। लेकिन टैक्सपेयर्स अभी भी Old Tax Regime और New Tax Regime में से किसे चुनें, इसको लेकर असमंजस में हैं।
New Tax Regime की खासियतें
✅ Lower Tax Slabs – इसमें कम टैक्स स्लैब्स होते हैं
✅ No Deductions – 80C, HRA जैसी डिडक्शंस नहीं मिलतीं
✅ Simple Tax Calculation – टैक्स कैलकुलेशन आसान होती है
✅ Middle-Class के लिए फायदेमंद? – कुछ खास नहीं
Old Tax Regime क्यों बेहतर?
👉 80C, 80D जैसी डिडक्शंस मिलती हैं
👉 HRA और अन्य छूटों का फायदा
👉 Long-Term Savings को बढ़ावा
👉 किसी भी इनकम ग्रुप के लिए बेहतर ऑप्शन
Budget 2025 में क्या बदलाव हो सकते हैं?
Experts का मानना है कि Income Tax Slabs में बदलाव किया जा सकता है। कुछ संभावित बदलाव:
- स्टैंडर्ड डिडक्शन ₹50,000 से बढ़कर ₹75,000 हो सकता है
- Basic Exemption Limit ₹2.5 लाख से बढ़कर ₹3 लाख हो सकती है
- 80C की लिमिट ₹1.5 लाख से बढ़कर ₹2 लाख हो सकती है
- New Tax Regime को और आकर्षक बनाया जा सकता है
New Tax Regime के फायदे और नुकसान
फ़ायदे | नुकसान |
Lower Tax Rates | कोई डिडक्शन नहीं |
आसान टैक्स कैलकुलेशन | HRA, 80C का लाभ नहीं |
Paperwork कम | Long-Term Savings कम |
Government Friendly | मिडिल-क्लास के लिए कम उपयोगी |
Taxpayers के लिए कौन सा Regime सही रहेगा?
अगर आप Salaried हैं तो क्या चुनें?
अगर आप 80C, HRA, 80D जैसी डिडक्शंस लेते हैं, तो Old Tax Regime बेहतर है। लेकिन अगर आप सीधे कम टैक्स देना चाहते हैं और कम छूटों की परवाह नहीं करते, तो New Tax Regime उपयुक्त रहेगा।
अगर आप Self-Employed हैं तो?
👉 Old Tax Regime बेहतर है क्योंकि इसमें अधिक डिडक्शंस मिलती हैं।
अगर आपकी Income ₹10 लाख+ है तो?
👉 New Tax Regime में टैक्स कम लगेगा, लेकिन कोई डिडक्शंस नहीं होंगी।
Experts की राय – Budget 2025 में क्या होगा?
Business Today की रिपोर्ट क्या कहती है?
👉 Basic Exemption Limit बढ़ाने की संभावना
👉 Standard Deduction बढ़ सकता है
👉 New Tax Regime को और आकर्षक बनाया जा सकता है
✔ 80C, 80D जैसी छूटों में बदलाव संभव
✔ Income Tax Slabs में Minor Tweaks हो सकते हैं
✔ Middle-Class को फायदा देने के प्रयास होंगे
Taxpayers को राहत मिलने की संभावना कम, लेकिन स्लैब्स में बदलाव संभव।
Conclusion – Budget 2025 से क्या उम्मीद करें?
Budget 2025 में सरकार Tax Slabs को आसान बना सकती है और Middle-Class Taxpayers को कुछ राहत मिल सकती है।
हालांकि, Old vs New Tax Regime की बहस अभी भी जारी रहेगी।
“Trending Tadka” पर ऐसे ही ताजा अपडेट्स के लिए जुड़े रहें।Trending Tadka में हम आपके लिए ऐसे ही प्रेरणादायक और महत्वपूर्ण खबरें लाते रहेंगे। बने रहें हमारे साथ और पढ़ते रहें हमारे खास News ब्लॉग्स। इसी तरह की ट्रेंडिंग एजुकेशन, एंटरटेनमेंट, बिज़नेस, करियर, और ज्योतिषी जैसे खबरों के लिए हमारे वेबसाइट को विजिट करते रहें। साथ ही साथहमारे सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स जैसे Facebook, Instagram, Twitter, YouTube, Telegram और LinkedIn को भी फॉलो करें, ताकि आपको हर अपडेट समय पर मिलता रहे।
Jeet has a Master’s in Business Administration with a specialization in HR and Finance. Currently pursuing a PhD in Labour and Social Welfare, Jeet has over five years of experience in news publication and digital/web creation, combining academic rigor with practical expertise.